सोना कितना सोना है
सो रहे हो क्या। .?
नहीं नहीं .आप को जगाने बिलकुल नहीं जा रहा हूँ। आप सो जाओ। बस ये घडी है जो रुक ही नहीं रही ,समय है की बस भागे ही जा रहा है।
सोना बहुत ज़रूरी है ,कम से कम ६ घंटे तो सोना ही चाहिए मगर मैं यहाँ पर उस सोने की बात नहीं कर रहा हूँ मैं बात कर रहा हूँ खुली आखों से सोने की। खुली आखों से सोने का मतलब है आप अपनी ज़िम्मेदारी से नज़रे चुरा रहे हैं। आप अपने जीवन को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं।
जीवन बहुत कीमती होता है। जीवन का मूल्य समझिये। अपने जीवन का एक उद्देश्य निर्धारित कीजिये। जीवन निरुद्देश्य है तो वह जीवन नहीं है सिर्फ बोझ है। बोझ को मौज में बदलिए।
Ashish Mohan
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